इस योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार हर साल राज्य के युवाओं का चयन करती है और उन्हें भारत की सीमाओं की यात्रा कराती है। ताकि प्रदेश के युवाओं में देश प्रेम बना रहे और साथ ही उनके मन में देश की सीमाओं पर रहकर देश की रक्षा करने वाले जवानों के प्रति सम्मान की भावना भी रहे। इस योजना में राज्य के युवाओं के लिए 15 से 25 वर्ष की आयु निर्धारित की गई है। जिले के प्रत्येक विकासखण्ड से 10 प्रतिभावान युवा (05 बालक एवं 05 बालिका) जिसमें 01 एन.सी.सी, 01 एन.एस.एस, 01 खिलाड़ी, 01 मेधावी छात्र, 01 स्काउट अथवा सांस्कृतिक क्षेत्र का चयन किया जाता है।
कुल युवा लाभान्वित: 14067
जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित चयन समिति द्वारा उन्हें लॉटरी के माध्यम से विभिन्न समूहों में देश के अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भ्रमण पर ले जाया जाता है तथा कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से सीमा भूमि में शहीद हुए जवानों को ले जाया जाता है। युवा अपने निवास क्षेत्र के जल से श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है और राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर चर्चा करके युवाओं के दृष्टिकोण को व्यापक बनाया गया है। पशुपालन, कृषि, व्यवसाय, उद्योग, सिंचाई सुविधाओं, भौगोलिक विशेषताओं, संस्कृति, रीति-रिवाजों, मान्यताओं, त्योहारों आदि का अध्ययन भी युवाओं द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के निवासियों की मदद से किया जाता है।
सभी शहीदों के रक्त से सिंचित सरहदी क्षेत्र की मिट्टी से युवा स्वयं व अपने गांव/कस्बेवासियों का तिलक भी करते हैं और यात्रा समाप्ति के बाद अपने रोमांचक अनुभव व सार्थक जानकारी अपने गांव/कस्बे के अन्य लोगों से साझा करते हैं. और समाज।
योजनान्तर्गत चयनित युवाओं को यात्रा किराया, दैनिक भत्ता, आवास, भोजन, स्थानीय परिवहन व्यवस्था, अतिरिक्त बोगियों का आरक्षण, ट्रैक सूट, टी-शर्ट, किट बैग प्रदान किया जाता है।
अनुभव यात्रा पर 72 सदस्यीय दल भेजा जाता है, जिसमें 65 युवा, 05 विभागीय अधिकारी/कर्मचारी एवं 02 पुलिस अधिकारी शामिल हैं।